भोपाल में हमने ऐसी सड़क बनाई जहां पर बैठकर किया जा सकता है भोजन
विशेष बातचीत
सचिन गंगराड़े (Sachin Gangrade) / रोशन नेमा (Roshan Nema)
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में खूबसूरत तालों वाली लोकसभा सीट भोपाल में चुनाव होने वाले है। सत्ताधारी भाजपा ने यहां भोपाल के पूर्व महापौर और बर्रूकट भोपाली कहे जाने वाले संगठन के नेता आलोक शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। भोपाल लोकसभा क्षेत्र के विकास को लेकर उनके क्या प्लान है? इसे लेकर हमने उनसे बातचीत की -
भोपाल लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने जाते हैं तो आपकी प्राथमिकताएं क्या रहेगी?
- सबसे पहले जनता के सपनों का भोपाल बनाने के लिए काम करेंगे। उसके लिए विकास का प्लान बनाया है। बहुत जल्दी हम भोपाल का मास्टर प्लान लाने वाले हैं। पूरा रोड मैप बनाकर काम करेंगे ।
भोपाल में भेल जैसी औद्योगिक इकाई होने के बाद भी बेरोजगारी की समस्या है। इसका क्या प्लान है ?
- भेल में दो हजार एकड़ जमीन है। आज उस पर भूमाफिया कब्ज़ा कर रहा है। सबसे पहले उस जमीन को बचाएंगे, फिर कार्ययोजना बनाकर कौन-कौन से नए उद्योग यहां लगाए जा सकते हैं। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय से चर्चा कर इस पर काम किया जाएगा। इससे बेरोजगारी की समस्या को हल करने की कोशिश की जाएगी ।
भोपाल को शिक्षा हब बनाने की बातें होती रहती है। इस दिशा में क्या काम करेंगे ?
भोपाल लगातार बदल रहा है । हम शिक्षा हब बनने की दिशा में भी लगातार आगे बढ़ रहे हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार ने भोपाल को शिक्षा क्षेत्र में आगे ले जाने का काम किया है। प्रदेश भर के बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण करने आ रहे है। सांसद होने के नाते मेरा भी प्रयास रहेगा कि बच्चों को हर तरह की सुविधा हो। बच्चों को सुरक्षा के साथ साथ परिवहन की भी समुचित व्यवस्था हो। सभी के साथ मिलकर इस और प्रयास किया जाएगा।
भोपाल खूबसूरत शहर माना जाता है। महापौर रहते स्वच्छता के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की चर्चा रहती थी?
इस देश में लगातार कांग्रेस की सरकारी रही। कई प्रधानमंत्री आए, लेकिन स्वच्छता की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बाद स्वच्छता पर किसी ने ध्यान दिया तो वह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने। हमने भी स्वच्छता को लेकर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जो मापदंड तय किए थे। महापौर रहते हुए उसके आधार पर कई काम किए थे। मैने भी उन दिनों भोपाल वासियों से स्वच्छता की विशेष अपील की थी। खास करके पान की पीक करने वालों से विशेष रूप से कहा था कि वे इस और ध्यान दें। भोपाल का प्रथम नागरिक होने के नाते मैंने स्वयं पान पीक साफ करके यह संदेश भी दिया था कि स्वच्छता बनाए रखें।
महापौर रहते ऐसे कौन से काम है ,जो रह गए थे। वे अब करने का विचार है?
भोपाल को हमने विकास पथ पर ले जाने का काम किया है और लागातर कर भी रहे है। बीच में डेढ़ वर्ष कमलनाथ सरकार ने सारे काम रोक दिए थे। सांसद बनते ही मेरी प्राथमिकता रहेगी कि लालघाटी की मनुभावन टेकड़ी पर भारत माता मंदिर के लिए हमन जो14 एकड़ जमीन आवटंन कराई है। वहा पर देश का सबसे भव्य भारत माता मंदिर बनाना है। इसमें देश में घटित विभिन्न घटनाओं का उल्लेख किया जाएगा कि पाकिस्तान कैसे बना बांग्लादेश कैसे बना। इससे आने वाली पीढ़ी को इस बारे में जानकारी मिल पाएगी।
हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रखा गया है । क्या भोपाल का नाम भोजपाल रखने पर विचार होगा?
भोपाल का अपना एक गौरवशाली इतिहास रहा है। यह केवल नवाबों और बेगमों की नगरी नहीं है। यह राजा भोज और परमार वंश के साथ-साथ रानी कमलापति की नगरी रही है। राजा भोज भोपाल की आत्मा है। भोपाल का बड़ा तालाब भोपाल की लाइफ लाइन है, जिसे राजा भोज ने ही बनवाया था। इसलिए भोपाल की जनता की ओर से मांग आती है और जनप्रतिनिधि कहते हैं तो भोपाल का नाम भोजपाल रखने पर विचार जरूर किया जाएगा।
महापौर की शपथ के समय कहा था कि ऐसी सड़क बनाऊगा, जहां बैठकर भोजन किया जा सकेगा ?
हां ! हमने भोपाल में ऐसी सड़कें बनाई है ,वहां भोजन भी किया है। उसके फोटो भी हमारे पास उपलब्ध है। हम कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं करते हैं। हम जो कहते हैं ,वह करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।

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