BMC BHOPAL Budget: भोपल नगर निगम का बजट पेश, नहीं बढ़ाया गया कोई टेक्स


शनिवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नगर निगम का अंतिम बजट पेश हो गया। भोपाल महापौर मालती राय ने 3 महीने के लिए 808 करोड़ 87 लाख 48 हजार रुपए का बजट पेश किया है। खास बात ये है कि इस बार के बजट में किसी तरह का टैक्स नहीं बढ़ाया गया है। मेयर मालती राय ने कहा कि ये बजट सिर्फ तीन महीने के लिए है। हालांकि वित्त का पूर्ण बजट लोकसभा चुनाव के बाद पेश किया जाएगा। बजट के बाद परिषद की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।


नगर निगम के अंतरिम बजट बैठक की शुरुआत वंदे मातरम गायन के साथ हुई। निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने सभी पार्षदों का स्वागत किया। निगम के अंतरिम बजट में सभी निर्वाचित नए विधायकों को भी शुभकामना दी गईं। भारत रत्न दिए जाने वाली हस्तियों को भी इस दौरान शुभकामनाएं दी गईं। अपने संबोध में निगम अध्यक्ष ने कहा कि हमारे राम आ गए हैं। इसके बाद सदन जय श्री राम के नारों से गूंज उठा। निगम अध्यक्ष ने बताया कि हमारे रामलला अब टेंट में नहीं, भव्य मंदिर में विराजमान हैं। इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है। हालांकि, बैठक के दौरान विपक्ष के हंगामे के कारण नगर निगम परिषद की बैठक स्थगित करनी पड़ी।


ये हुए मुख्य फैसले


भोपाल नगर निगम ने नर्सिंग होम और अस्पतालों में बेड के हिसाब से लाइसेंस शुल्क अदा करने प्रस्ताव पास किया गया। 30 फीसदी सब्सिडी केंद्र सरकार से मिलेगी, भोपाल नगर निगम 6 फीसदी संपत्ति कर में छूट देगा, जो लोग 31 मार्च से पहले सोलर पैनल अपने रूफटॉप पर लगाएंगे।


इससे पहले बीजेपी पार्षद देवेंद्र भार्गव ने निगम कर्मचारियों की पीएफ राशि जमा नहीं करने को लेकर अपने ही परिषद मेंबर को घेर लिया। बीजेपी पार्षद देवेंद्र भार्गव ने निगम के कर्मचारियों के काटे जाने वाला EPF के पैसे का मामला सदन में उठाया। उन्होंने EPF को लेकर निगम में बड़ा भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। उन्होंने आगे कहा कि EPF कमिश्नर ने 21 करोड़ की पेनल्टी नगर निगम पर लगाई है। देवेंद्र भार्गव ने आरोप लगाते हुए कहा कि 20 करोड़ 50 लाख रुपए जमा होने के बाद भी EPF का पैसा जमा नहीं किए। 147 करोड़ का EPF का पैसा कहां गायब हो गया।


MIC सदस्य ने दिया ये जवाब


इसपर एमआईसी मेंबर जितेंद्र शुक्ला ने जवाब देते हुए कहा कि नोटिस का जवाब दिया है। वर्तमान में चुगी राशि जब आती है निगम कर्मचारियों जब भुगतान कर पाते हैं। दस तारीख को चालान जमा हो जाता है। उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिति को देखते हुए EPF राशि समय पर कर्मचारियों को मिलना चाहिए।


निगम अध्यक्ष ने जांच कमेटी बनाने दिया आदेश


हालांकि, इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुए पार्षद देवेंद्र भार्गव ने कहा कि नगर निगम का पैसा और कहा जा रहा है। वहीं निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने आसंदी से आदेश दिया और EPF मामले में कमेटी बनाने को कहा है। कमेटी में नेता प्रतिपक्ष शविस्ता जकी, देवेंद्र भार्गव और जितेंद्र शुक्ला को शामिल किया गया है।

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