दल बदल के मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी अब भी अक्षय बम पर तीखे हमले करने से बच रहे हैं। नामांकन वापस लेने के पीछे की पूरी कहानी अब भी पर्दे में है। इस बीच दिल्ली तक कांग्रेसियों ने ही खबर भेजी है कि जीतू पटवारी चाहते तो दिग्विजयसिंह की तरह इंदौर से खुद चुनाव मैदान में उतरते। हालांकि उन्होंने उम्मीदवारी से किनारा किया।
इंदौर में कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के नामांकन वापस लेकर दल बदल करने से कांग्रेस की पूरे प्रदेश में किरकिरी हो रही है। इंदौर में तो इतिहास में पहला मौका आया है जब कांग्रेस चुनाव मैदान से ही विलुप्त हो गई है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के नेताओं की ओर से दिल्ली भेजी गई प्रारंभिक जानकारी में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ संगठन की नाकामी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया गया है।

