भारत ने वैश्विक मीडिया संवाद की मेजबानी की
वेव्स शिखर सम्मेलन में वैश्विक मीडिया संवाद आज सुबह मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में प्रारंभ हुआ। यह आयोजन वैश्विक मीडिया और मनोरंजन परिदृश्य के साथ भारत के जुड़ाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल चार दिवसीय वेव्स शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया था। सूचना और प्रसारण मंत्रालय वैश्विक मीडिया संवाद का आयोजन विदेश मंत्रालय के सहयोग से कर रहा है।
विदेश मंत्री डॉ सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी और परंपरा को मिलकर साथ-साथ चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी देश की अनमोल विरासत के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दे सकती है। डॉ जयशंकर ने कहा कि यह युवा पीढियों के लिए चेतना को गहरा कर सकती है।
उन्होंने कहा कि नवाचार ऊंचाई तक पहुंचने की कुंजी है, जो 2047 तक एक विकसित भारत का निर्माण करेगी। विदेश मंत्री ने देश की परंपराओं, विरासत, विचारों और रचनात्मकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों का गैर-जिम्मेदाराना उपयोग आज के समय में बढ़ती चिंता का विषय है।
इस अवसर पर सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मीडिया और मनोरंजन उद्योग जगत का बाजार लगभग तीन खरब अमरीकी डॉलर का है। उन्होंने सभी से अपनी कहानी दुनिया के सामने रखने का उचित अवसर प्रदान करने और स्थानीय सामग्री का प्रचार करने की आवश्यकता पर बल दिया।
मंत्री वैष्णव ने कहा कि संस्कृति ही रचनात्मकता को प्रेरित करती है और यह सीमाओं के पार भी लोगों को जोड़ देती है। उन्होंने कहा कि सभी को ऐसी नीतियों का समर्थन करना चाहिए, जो सभी सांस्कृतिक रूपों को संरक्षित करें और बढ़ावा दें।
इस कार्यक्रम के दौरान सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन तथा सूचना और प्रसारण सचिव संजय जाजू भी उपस्थित थे। इस सम्मेलन में 60 से अधिक देश भाग ले रहे हैं, जिनमें एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमरीका के प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हैं।
इस पहल का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढावा देना, सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को विस्तार देना और वैश्विक मीडिया क्षेत्र में नीति निर्धारण करना, प्रतिभाओं का आदान प्रदान करना तथा क्षमता निर्माण के नये विकल्प तलाशना है।