सैन्य बजट में भारत के सामने फिसड्डी पाकिस्तान
पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान ने जिस नापाक हरकत को अंजाम दिया था उसका भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से बदला लिया। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी और यह भी कहा कि किसी सैन्य ठिकानों या फिर आम लोगों को निशाना नहीं बनाया गया। आतंक पर भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमले की कोशिश भी की, लेकिन पूरी तरह फुस्स साबित हुए। भारतीय रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में जो निवेश किए हैं, उसका असर अब दिखने लगा है। इसके उलट पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली फिसड्डी साबित हुई और उन्हें भारत की जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ा है। हम आपको इस खबर में भारत और पाकिस्तान के सैन्य बजट में भारी अंतर के बारे में बताएंगे। पाकिस्तान भारत के आसपास भी नहीं है।
पूरी सावधानी बरतते हुए भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया। हालांकि, इसके बाद भी पाकिस्तानी नहीं सुधरे और आतंकियों को आम जनता बताते हुए पाकिस्तानी सेना ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए। पिछले तीन दिन से लगातार पाकिस्तान की ओर से ड्रोन्स और मिसाइल से हमले किए जा रहे हैं और भारत उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। भारत ने जहां आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया तो वहीं पाकिस्तान भारत के आम नागरिकों और शहरों को निशाना बना रहा है। पाकिस्तान ने भारत के कई उत्तरी और पश्चिमी शहरों पर ड्रोन्स और मिसाइल्स से हमले किए, लेकिन भारत की सुरक्षा प्रणाली ने सभी को ध्वस्त कर दिया।
1947 में आजादी के बाद से भारत और पाकिस्तान ने तीन युद्ध लड़े हैं। इनमें से दो कश्मीर को लेकर हुए। इतना ही नहीं, पाकिस्तान लगातार सीमापार से सीजफायर का उल्लंघन करता रहता है। हालांकि, अब जब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है, तो पाकिस्तान ड्रोन्स से हमला कर भारत में आम लोगों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है। भारत ने जब नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था तो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ अपने देश की संसद को बताया कि 'हमारे ठिकानों को निशाना बनाने के लिए भारत की ओर से ड्रोन हमला किया गया। यह एक तकनीकी बात है जिसे मैं समझा नहीं सकता। हमने ड्रोन को नहीं रोका, ताकि हमारी हवाई रक्षा इकाइयों का स्थान लीक न हो।'