सीएम डॉ मोहन यादव ने साइबर सुरक्षा जागरूकता रथ को रवाना किया
डिजिटल पेमेंट सिस्टम में भले ही भारत का नाम दुनिया में रोशन हो रहा है, लेकिन साइबर फ्रॉड करने वालों ने इसे अपराध का हथियार बना लिया है, लगातार जागरूकता अभियान के बाद भी लोग साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस रहे हैं और अपनी मेहनत की कमाई को गंवा रहे हैं। ऐसे ही साइबर अपराधियों से बचाने के लिए भारतीय स्टेट बैंक ने साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान शुरू किया है, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत डिजिटल पेमेंट में दुनिया का अग्रणी देश बना है। वर्तमान समय में डिजिटल तकनीक अब हमारी जीवनशैली का महत्वपूर्ण अंग बन चुकी है। मोबाइल, इंटरनेट, डिजिटल भुगतान, ऑनलाइन शिक्षा और सोशल मीडिया, ये सब अब दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। लेकिन डिजिटल सुविधाओं के साथ साइबर खतरे भी तेजी से बढ़े हैं।
डिजिटल सुविधा बन जाती है चुनौती
मुख्यमंत्री ने कहा, हमें जो डिजिटल सुविधा मिलती हैं, वह कभी-कभी चुनौती बन जाती हैं। डिजिटल फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट जैसी कई घटनाएं सामाजिक और आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसी स्थिति में प्रत्येक ऑनलाइन उपयोगकर्ता के लिए जरूरी है कि वे अपने बैंक अकाउंट और सोशल मीडिया का सावधानी से उपयोग करें। मुख्यमंत्री ने भारतीय स्टेट बैंक द्वारा मध्य प्रदेश पुलिस के सहयोग से चलाए जा रहे साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान के लिए अपने संदेश में यह बात कही।
साइबर सुरक्षा एक सामाजिक जिम्मेदारी
सीएम डॉ मोहन यादव ने बैंक खातों की सुरक्षा के उपाय बताने और ग्राहकों को साइबर अपराधियों से बचाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे भारतीय स्टेट बैंक के साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान की सराहना की एवं एसबीआई के अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी। डॉ यादव ने कहा कि साइबर सुरक्षा वर्तमान समय में सामाजिक जिम्मेदारी बन चुकी है। तकनीक के उपयोग के साथ ही साइबर अपराधियों की सक्रियता भी बढ़ गई है। एसबीआई अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के साथ उन्हें ऑनलाइन डिजिटल खतरों से भी बचाने का कार्य कर रही है। डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्तर पर सजग और सतर्क रहना भी जरूरी है।
सीएम की अपील हर नागरिक बने आर्थिक प्रहरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल वर्ल्ड में हमारा बैंक खाता, सोशल मीडिया या हमारी पहचान सब प्रभावित हो सकती हैं। इसीलिए प्रत्येक नागरिक के लिए जरूरी है कि वह अपने मोबाइल के स्क्रीन लॉक से लेकर, पासवर्ड की गोपनीयता तक हर स्तर पर सतर्क रहे। उन्होंने कहा कि अगर थोड़ी सावधानी बरती जाए, तो साइबर सुरक्षा से जुड़ी कई चुनौतियों से बड़ी आसानी से निपटा जा सकता है। प्रदेश का हर जागरूक नागरिक आर्थिक प्रहरी के रूप में अपनी और समाज की सुरक्षा में योगदान दे सकता है। जागरुकता की दिशा में उठा हर एक कदम समाज की सुरक्षा की गारंटी बनेगा।